यूपी: भदोही में बिना सैंपल लिए नौ लोगों को बताया कोरोना संक्रमित

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यूपी में बड़ी लापरवाही आई सामने, बिना सैंपल लिए नौ लोगों को बताया कोरोना संक्रमित
यूपी में बड़ी लापरवाही आई सामने, बिना सैंपल लिए नौ लोगों को बताया कोरोना संक्रमित

लखनऊ। एक तरफ जहां देशभर में कोरोना वायरस को लेकर तमाम तरह की सावधानी बरती जा रही है तमाम नियमों का पालन किया जा रहा है, वहीं उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में कोरोना टेस्टिंग को लेकर एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। दरअसल, जिले के सरपतहां गांव में संक्रमित अधेड़ की मौत के बाद रविवार को नौ कोरोना पॉजिटिव मिलने की खबर से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों का कहना है कि जब सैंपल ही नहीं लिया गया तो रिपोर्ट पॉजिटिव कैसे आ सकती है। हालांकि सोमवार सुबह सूची जारी कर जिला प्रशासन ने गलती सुधारी। उधर, सीएमओ ने कहा कि संक्रमित मृतक अधेड़ के परिजनों और ग्रामीणों का मंगलवार को सैंपल लिया जाएगा।

बता दें की भदोही में रविवार को नौ कोरोना संक्रमित मरीज मिले थे। जिला प्रशासन ने गलती से सभी संक्रमितों को सरपतहां गांव का बता दिया, जहां पहले एक कोरोना संदिग्ध अधेड़ की मौत हुई थी। मौत के बाद उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इस बात की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। मृतक के परिजनों ने आक्रोश जताते हुए कहा कि घटना के पांच दिन बाद भी अब तक सैंपल नहीं लिए गया तो रिपोर्ट कैसे आ गई। उधर, चूक का एहसास होने के बाद जिला प्रशासन ने सोमवार सुबह सभी नौ संक्रमितों की सूची जारी की, जिसमें लिखा था कि संक्रमित दूसरे गांवों के थे।

सीएमओ संक्रमित अधेड़ की मौत के बाद भी सैंपल नहीं लिए जाने की सूचना से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। आनन फानन में सीएमओ ने मंगलवार को परिजनों और ग्रामीणों का सैंपल लेने की जानकारी दी। बताया जा रहा है कि परिजनों व संक्रमित के अंतिम संस्कार में जाने वाले लोगों का सैंपल मंगलवार को लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि चिन्हित लोगों को एंबुलेंस से सीएचसी सुरियावां भेजा जाएगा।

गौरतलब है कि सरपतहां गांव निवासी अधेड़ की मौत 17 मई की रात मुंबई से घर आते समय मिर्जापुर में हो गई थी। परिजन निजी वाहन से रात में शव घर लाए और अगली सुबह शव का अंतिम संस्कार करने जा रहे थे। शिकायत पर पुलिस ने शव को रोका और कोरोना सैंपल लेने के बाद अंतिम संस्कार के लिए जाने दिया। 21 मई को मृतक की आई रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद प्रशासन ने गांव को हॉट स्पाट घोषित कर दिया। लेकिन न तो परिजनों का और न ही अंतिम संस्कार में शामिल लोगों का ही सैंपल लिया गया।

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