लखनऊ. सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने अपने कार्यकाल का अंतिम बजट सोमवार को जारी किया। अब तक का सबसे बड़ा बजट पेश किया गया, जिसका आकार 5 लाख 50 हज़ार 270 करोड़ रुपये का है। इससे पूर्व 5.12 लाख करोड़ रुपये के बजट को पिछले साल मंजूरी दी गई थी। सीएम योगी ने बजट को विधानमंडल में रखने से पूर्व कैबिनेट बैठक आहूत की, जिसमे बजट सम्बन्धी प्रस्तावों पर मुहर लगी।
आपको बता दें कि योगी सरकार का इस कार्यकाल का अंतिम पूर्ण बजट होने की वजह से लोगों को सरकार से कई सौगातों की दरकार थी। सरकार ने अयोध्या में एयरपोर्ट, राम मंदिर के लिए सड़क, सभी मंडलों में अटल स्कूल, मजदूरों को घंटे के हिसाब से भुगतान, पूर्वांचल और बुंदेलखंड के लिए करोड़ों की सौगात दी, हालांकि निःशुल्क कोरोना वैक्सीन का जिक्र नहीं हुआ।
सरकार ने प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं का दायरा बढ़ाने के मकसद से अपने बजट में राज्य के 13 जनपदों में नए मेडिकल कॉलेज का प्रस्ताव मंजूर किया। इसके अलावा शहरी स्वास्थ्य और आरोग्य केंद्रों के लिए भी सरकार ने बजट दिया है। वहीं, अयोध्या में एयरपोर्ट के लिए 101 करोड़, राम मंदिर तक बनने वाली सड़क के लिए 300 करोड़ और ज़ेवर एयरपोर्ट के लिए 2000 करोड़ दिया है। योगी सरकार ने बताया कि जेवर के साथ चित्रकूट और सोनभद्र एयरपोर्ट का काम तेजी से चल रहा है और 2021 में यह संचालित होने लगेगा। राजधानी स्थित पीजीआई में नई लैब की स्थापना, 9 मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के लिए 1950 करोड़, आरोग्य जल योजना के लिए 22 करोड़, स्वच्छता के लिए 2031 करोड़ रुपए और जलजीवन मिशन के लिए 15000 करोड़ की राशि का आवंटन हुआ है। पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में गोकुलधाम की स्थापना और हर मंडल में अटल आवासीय स्कूल की स्थापना की मंजूरी हुई।
मजदूरों को अच्छी पेमेंट दिलाने के उद्देश्य से घंटे के हिसाब पेमेंट की व्यवस्था की घोषणा हुई। किसानों के लिए सस्ता लोन देने के उद्देश्य से 400 करोड़ दिया गया। निराश्रित पशुओं के लिए भी बजट का प्रावधान किया गया। यश भारती की तर्ज पर यूपी गौरव पुरस्कार की घोषणा की गई। जिलों में मेधावी छात्रों को लैपटॉप वितरण,पूर्वांचल क्षेत्र विकास को 300 करोड़ और बुंदेलखंड क्षेत्र विकास निधि के लिए 210 करोड़ आवंटित हुए।
विधायकों को नियमित निधि के अलावा भी विकास कार्यों के लिए 2000 करोड़ अतिरिक्त दिए जाएंगे।