लखनऊ. राजधानी में चिकित्सीय सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए जिला प्रशासन की कवायद ने रफ्तार पकड ली है। इसी क्रम में डीएम अभिषेक प्रकाश ने बुधवार को विवेकानंद अस्पताल पहुंचकर औचक निरीक्षण किया। उन्होंने वहां कोविड-19 के मरीजों के उपचार और चिकित्सा सुविधाओं को देखा। इस निरीक्षण के बाद डीएम अभिषेक प्रकाश ने चिकित्सालय के प्रमुख स्वामी मुक्ति नारायण, निदेशक ब्रिगेडियर प्रभाकर एवं प्रशासनिक अधिकारी डॉ विशाल कुमार के साथ महत्वपूर्ण बैठक की।
इस बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश देते हुए कहा कि कोई भी गंभीर मरीज रेफर होकर अगर अस्पताल में भर्ती होने के लिए आता है तो रेफरल स्लिप के आधार पर मरीज को भर्ती करके तुरंत इलाज प्रारंभ कर दिया जाए। उसके बाद औपचारिक कार्यवाही करें ताकि इलाज में विलंब न हो।
उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना मरीज का डेथ ऑडिट अवश्य किया जाए जैसे की ‘मरीज की मृत्यु किन कारणों से हुई है, क्या उसे चिकित्सासुविधा मिलने में देर हुई ‘आदि पहलुओं पर जांच हो। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने कहा कि यदि इन कारणों की समीक्षा कर प्रभावी कदम उठाए जायें तो मृत्यु दर में कमी लाई जा सकती हैं। इस बैठक में जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि परिजनों को भर्ती मरीज का हालचाल लेने में परेशानी होती है ,इसके लिए एक प्रतिनिधि को नियुक्त करके फोन द्वारा मरीज की बात उनके परिजनों से कराई जा सकती है।
उन्होंने भर्ती रोगियों को अच्छी चिकित्सीय सेवाएं उपलब्ध कराने के साथ ही साफ सफाई का समुचित इंतजाम एवं भर्ती मरीजों के लिए गुणवत्तापूर्ण आहार व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए निर्देश भी दिए। इस बैठक में एसीएम 5 सत्यम मिश्रा, विवेकानंद अस्पताल के प्रमुख सचिव स्वामी मुक्ति नारायण ,निदेशक ब्रिगेडियर प्रभाकर एवं प्रशासनिक अधिकारी डॉ विशाल कुमार सिंह उपस्थित रहे।
राजधानी में मिले 823 कोरोना मरीज
लखनऊ में बुधवार को 823 कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है। वहीं पिछले 24 घंटों में 13 कोरोना मरीज काल के गाल में समा गए हैं। राजधानी में अभी सात हजार से अधिक एक्टिव केस हैं।